जानें कौन हैं इजरायल की वो तीन महिलाएं, जिन्हें हमास ने 471 दिन बाद किया रिहा

2025-01-20     HaiPress

तीन इजराइली बंधक इजराइल पहुंचे,युद्धविराम ने पहली बाधा पार की

नई दिल्ली:

हमास द्वारा बंधक बनाए गए 471 दिनों के बाद रिहा की गई तीन इज़रायली महिलाओं को रिहा किया गया है. इन तीनों की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. जानकारी के मुताबिक,इजराइल और हमास के बीच लंबे समय से प्रतीक्षित युद्ध विराम के तहत रविवार को तीन इजराइली बंधकों को रिहा किया गया,ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिर वे 3 कौन महिलाएं हैं,जिन्हें रिहा किया गया है?

फिलिस्तीनी उग्रवादी समूह हमास ने रविवार को कहा कि वह इजरायल के साथ युद्ध विराम समझौते के पहले चरण के तहत तीन इजरायली महिला बंधकों को रिहा करेगा. इजरायल ने तीन महिलाओं के नामों की पुष्टि नहीं की है और शाम 4 बजे के बाद उन्हें सौंपे जाने तक ऐसा नहीं किया जा सकता है,लेकिन बंधक और लापता परिवार फोरम ने उनके नाम बताए हैं.

बंधकों के परिवारों का प्रतिनिधित्व करने वाले बंधक और लापता परिवार फोरम ने पुष्टि की कि 24 वर्षीय रोमी गोनेन,31 वर्षीय डोरोन स्टीनब्रेचर और 28 वर्षीय एमिली डामारी को रविवार को बाद में रिहा किए जाने की उम्मीद है.

रोमी गोनेन

23 साल की रोमी गोनेन,एक डांसर हैं. हमास के बंदूकधारियों ने उन्हें 7 अक्टूबर,2023 को नोवा संगीत समारोह से अगवा कर लिया था. हाथ में गोली लगने से पहले गोनेन ने कई दोस्तों के साथ बंदूकधारियों से छिपने में कई घंटे बिताए. वह अपने परिवार के साथ फोन पर थी जब उन्होंने उसे यह कहते हुए सुना "मैं आज मरने जा रही हूँ". हमलावरों को अरबी में आखिरी बार यह कहते हुए सुना कि "वह जीवित है,चलो उसे ले चलते हैं". बाद में उसका फ़ोन गाजा पट्टी में एक स्थान पर ट्रेस किया गया था.

डोरोन स्टीनब्रेचर

स्टीनब्रेचर 30 वर्षीय पशु चिकित्सा नर्स हैं,जिन्हें किबुत्ज़ कफ़र अज़ा में उनके घर से गाजा ले जाया गया था,जो 7 अक्टूबर को दक्षिणी इज़राइल पर हमास के हमले में सबसे ज़्यादा प्रभावित समुदायों में से एक था. हमले के शुरू होने के कुछ घंटों बाद उन्होंने अपने माता-पिता को फ़ोन करके बताया कि वह डरी हुई है और बंदूकधारी उसकी बिल्डिंग में आ गए हैं. फिर उन्होंने अपने दोस्तों को एक वॉयस मैसेज भेजा जिसमें लिखा था "वे आ गए हैं,उन्होंने मुझे पकड़ लिया है".

एमिली दामारी

28 वर्षीय दामारी एक ब्रिटिश-इज़रायली है,जिन्हें किबुत्ज़ कफ़र अज़ा में उसके घर से अगवा कर लिया गया था. वह लंदन में पली-बढ़ी है और टोटेनहम हॉटस्पर फ़ुटबॉल टीम की फैन है. उनकी मां के अनुसार,उसके हाथ में गोली लगी,पैर में छर्रे लगे,आंखों पर पट्टी बंधी,उसे अपनी कार के पीछे बांधा गया और गाजा ले जाया गया.

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