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बहराइच में अब भेड़िये ने 27 साल की महिला पर किया हमला, शोर मचाने पर भागा
बहराइच में भेड़ियों का आतंक
उत्तर प्रदेश के बहराइच में भेड़ियों को आतंक खत्म होता नहीं दिख रहा है. अब बहराइच में भेड़ियां ने एक और हमला किया है. बहराइच के महसी तहसील में सिंगिया नसीरपुर गांव में बीती रात घर में लेटी 27 साल की महिला गुड़िया पर भेड़िए ने हमला कर दिया. इस हमले में चीख सुनकर जागे परिजनों व ग्रामीणों के शोर मचाने पर भेड़िया भाग गया,जिससे महिला की जान बच सकी. परिजनों की सूचना पर पुलिस ने एंबुलेंस की मदद से महिला को स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया जहां से उसे मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया है. सूचना पर इलाके के रेंजर व वन दरोगा मेडिकल कॉलेज पहुंचे हैं.
महसी में भेड़ियों के जानलेवा हमले
बहराइच की महसी तहसील में मार्च से अब तक भेड़ियों के कथित हमलों में नौ बच्चों सहित 10 लोग मारे जा चुके हैं तथा क्षेत्र में मानव-वन्यजीव संघर्ष में लगभग तीन दर्जन लोग घायल हुए हैं. सरकार ने इसे ‘‘वन्यजीव आपदा'' घोषित किया है. इन 10 मौतों में से आठ लोगों की मौतें पिछले दो महीनों में हुई हैं,जबकि 50 गांवों के निवासी भय के साए में जी रहे हैं. राज्य सरकार ने 17 जुलाई से भेड़ियों को पकड़ने के लिए ‘ऑपरेशन भेड़िया' शुरू किया है. भेड़ियों के कथित हमलावर झुंड में से पांच को पहले ही बचा लिया गया है जबकि झुंड के छठे भेड़िये को खोजने के प्रयास चल रहे हैं,जिसकी तस्वीरें पिछले महीने ड्रोन कैमरे के जरिए देखी गई थीं.बारिश के मौसम में बढ़े भेड़ियों के हमले
बहराइच में मार्च से ही भेड़ियों के हमले इंसानों पर हो रहे हैं. 17 जुलाई से जब बारिश का मौसम शुरू हुआ है,तब से हमले और भी बढ़ गए हैं. बुधवार को बहराइच के दौरे पर आए वन एवं पर्यावरण मंत्री अरुण सक्सेना और जिला अधिकारियों के साथ बैठक कर भेड़ियों द्वारा किए जा रहे हमलों पर विस्तार से चर्चा की. दोनों मंत्रियों ने अस्पताल का दौरा भी किया और हमले में घायल ग्रामीणों का हालचाल जाना तथा अस्पताल प्रशासन को उन्हें सर्वोत्तम संभव उपचार उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. सक्सेना ने मीडिया से कहा,'मानव जीवन अमूल्य है,इसलिए मनुष्यों पर हमला करने वाले भेड़ियों को पकड़ने का आदेश जारी किया गया है. इसके लिए देहरादून से विशेषज्ञों की टीम बुलाई गई है.' उन्होंने कहा,'भेड़ियों को पकड़ने के लिए स्थानीय स्तर पर भी टीमें बढ़ा दी गई हैं. उम्मीद है कि जल्द ही जानवरों को पिंजरे में बंद कर दिया जाएगा या ज़रूरत पड़ने पर गोली मार दी जाएगी.'
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