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कौन हैं वो तीन नेता जिनसे अमेरिका में मुलाकात कर बुरे फंसे राहुल गांधी
राहुल गांधी के अमेरिकी दौरे को लेकर बढ़ा विवाद
नई दिल्ली:
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और रायबरेली से सांसद राहुल गांधी का अमेरिकी दौरा कई वजह से विवादों में रहा है. इस दौरे के दौरान उन्होंने कई ऐसे बयान दिए,जिसकी भारत में कड़ी आलोचना हुई. अपने इस दौरे के आखिर में राहुल गांधी ने कुछ ऐसे नेताओं से भी मुलाकात की जो हमेशा से ही भारत विरोधी बयानों को लेकर चर्चाओं में रहे हैं. इन नेताओं से राहुल गांधी की मुलाकात को लेकर बीजेपी ने उनपर निशाना साधा था. राहुल गांधी ने अपने दौरे के दौरान विवादों में रहे जिन नेताओं से मुलाकात की उनमें शामिल हैं- इल्हान उमर,वरिष्ठ राजनयिक डोनाल्ड लू और प्रमिला जयपाल शामिल हैं.
इल्हान उमर भारत विरोधी बयानों के लिए जानी जाती हैं
राहुल गांधी ने अपने इस दौरे में अमेरिकी कांग्रेस की सदस्य इल्हान उमर से मुलाकात की. वो मिनिसोटा से डेमोक्रेटिक पार्टी की सांसद हैं. वह बीते कुछ समय से भारत-कनाडा के बीच चल रही खींचतान के दौरान अपनी टिप्पणियों को लेकर चर्चाओं में आई थीं. इल्हान उमर वही नेता थी जिन्होंने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में भारत की कथित भूमिका की जांच को लेकर कनाडा का साथ देने की बात कही थी.साथ ही उन्होंने कहा था कि अमेरिका को चाहिए कि वह इस जांच में कनाडा का पूरा साथ दे.इल्हान ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा था कि अगर जरूरत महसूस होती है तो इस बात की भी जांच की जानी चाहिए कि क्या इसी तरह के ऑपरेशन अमेरिका में भी किए गए हैं.
आपको बता दें कि 2023 में जब पीएम नरेंद्र मोदी ने अपनी अमेरिकी यात्रा के दौरान कांग्रेस को संबोधित किया था तो उस समय इल्हान उमर ने पीएम मोदी के संबोधन का बहिष्कार किया था. इल्हान ने तो भारत के खिलाफ अमेरिकी संसद में एक प्रस्ताव लेकर भी आई थीं. इस प्रस्ताव में भारत विरोधी तमाम तरह की बातें की गई थीं.
प्रमिला भी भारत के खिलाफ उगल चुकी हैं जहरभारतीय मूल की अमेरिकी राजनेता प्रमिला जयपाल भी भारत के खिलाफ कई बार बयान दे चुकी हैं. प्रमिला जयपाल वही नेता हैं जिन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी के अमेरिकी दौरे का भी विरोध किया था. प्रमिला उन अमेरिकी नेताओं में शामिल थीं जिन्होंने राष्ट्रपति जो बाइडेन को पत्र लिखकर कहा था कि उन्हें पीएम मोदी से भारत में मानवाधिकार और लोकतंत्र को लेकर चर्चा करनी चाहिए. प्रमिला ने भारत विरोधी बात कोई पहली बार नहीं की थी. इससे पहले भी कई मौके पर वह भारत के खिलाफ बयान देती रही हैं.