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पीएम मोदी ने यूक्रेन को दी अनूठी गिफ्ट, बिजली और ऑक्सीजन खुद बना लेता है BHISHM क्यूब
पीएम मोदी ने यूक्रेन में राष्ट्रपति जलेंस्की को भीष्म क्यूब भेंट किए.
नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने शुक्रवार को यूक्रेन को भीष्म क्यूब्स भेंट किए. प्रत्येक भीष्म क्यूब में सभी प्रकार की चोटों और चिकित्सा स्थितियों के लिए प्राथमिक देखभाल के लिए दवाइयां और उपकरण शामिल हैं. इसमें एक बुनियादी ऑपरेशन रूम के लिए सर्जिकल उपकरण भी शामिल हैं. इनसे प्रतिदिन 10-15 बेसिक सर्जरी का प्रबंधन किया जा सकता है.
पीएम मोदी ने यूक्रेन सरकार को चार भारत हैल्थ इनीशिएटिव फॉर सहयोग हित एंड मैत्री (BHISHM) यानी भारत स्वास्थ्य सहयोग हित एवं मैत्री पहल (भीष्म) क्यूब्स भेंट किए. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने मानवीय सहायता के लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद दिया. यह क्यूब्स घायलों को शीघ्र उपचार उपलब्ध कराने में मदद करेंगे और जीवन रक्षा में योगदान देंगे.
#WATCH | Ukraine: India hands over BHISHM cube of Medical assistance to Ukraine. Prime Minister Narendra Modi hands over the assistance to Ukrainian President Volodymyr Zelenskyy,in Kyiv. pic.twitter.com/IZWmC3PM2N
— ANI (@ANI) August 23,2024पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट में कहा- ''भारत हैल्थ इनीशिएटिव फॉर सहयोग हित एंड मैत्री (BHISHM) एक अनूठा प्रयास है जो तेजी से चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेगा. इसमें क्यूब्स होते हैं जिनमें चिकित्सा देखभाल के लिए दवाइयां और उपकरण होते हैं. आज राष्ट्रपति जेलेंस्की को BHISHM क्यूब्स भेंट किए गए.''
Bharat Health Initiative for Sahyog Hita & Maitri (BHISHM) is a unique effort which will ensure medical facilities in a rapidly deployable manner. It consists of cubes which contain medicines and equipment for medical care. Today,presented BHISHM cubes to President @ZelenskyyUa. pic.twitter.com/gw3DjBpXyA
— Narendra Modi (@narendramodi) August 23,2024प्रत्येक भीष्म क्यूब में सभी प्रकार की चोटों और चिकित्सकीय जरूरतों के लिए प्राथमिक देखभाल की दवाइयां और उपकरण शामिल हैं. इसमें एक बुनियादी ऑपरेशन रूम के साथ-साथ सर्जिकल उपकरण भी शामिल हैं. इससे प्रतिदिन 10 से 15 बेसिक सर्जरी की जा सकती हैं.
भीष्म क्यूब में इमरजेंसी में आघात,रक्तस्राव,जलन,फ्रैक्चर जैसे करीब 200 मामलों का उपचार करने की क्षमता है. यह स्वयं सीमित मात्रा में बिजली और ऑक्सीजन भी उत्पादित कर सकता है. यूक्रेन में क्यूब को संचालित करने के लिए प्रारंभिक प्रशिक्षण देने के लिए भारत से विशेषज्ञों की एक टीम तैनात की गई है. भारत,का यह कदम यूक्रेन को मानवीय सहायता प्रदान करने के लिए भारत की निरंतर प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है.
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