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कौन हैं लोकसभा के प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब? BJD के संस्थापक सदस्य ने क्यों थामा था BJP का हाथ
भर्तृहरि महताब सात बार के सांसद हैं.
नई दिल्ली:
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को संविधान के आर्टिकल 95 (1) के तहत ओडिशा के कटक से BJP सांसद भर्तृहरि महताब को लोकसभा का प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया है. महताब संसद में नवनिर्वाचित सांसदों को शपथ दिलाएंगे. संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी. रिजिजू ने बताया कि राष्ट्रपति ने संविधान के आर्टिकल 99 के तहत लोकसभा स्पीकर के चुनाव तक नवनिर्वाचित सांसदों को शपथ दिलाने में प्रोटेम स्पीकर की मदद करने के लिए सुरेश कोडिकुन्निल,थलिक्कोट्टई राजुथेवर बालू,राधा मोहन सिंह,फग्गन सिंह कुलस्ते और सुदीप बंदोपाध्याय को नियुक्त किया है.
जानिए कौन हैं भर्तृहरि महताब? BJD का साथ छोड़कर उन्होंने क्यों थामा BJP का हाथ:-
कटक लोकसभा क्षेत्र से छह बार सांसद रहे महताब ने 22 मार्च को बीजद की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने आरोप लगाया था कि उन्हें बीजद में स्वतंत्र रूप से काम करने का पर्याप्त मौका नहीं मिला. तभी से उनके भाजपा में शामिल होने की अटकलें थीं.महताब के इस्तीफा देने के कुछ ही दिन बाद बीजद ने लोकसभा चुनाव के लिए महताब का टिकट काट दिया था. कटक में महताब के स्थान पर बीजद ने संतृप्त मिश्रा को उम्मीदवार बनाया.महताब ने कटक सीट पर अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी बीजद के संतरूप मिश्रा को 57,077 वोटों से हराया. वहीं ओडिशा में लोकसभा की कुल 21 सीटों में से 20 पर जीत हासिल कर भाजपा ने बीजू जनता दल का लोकसभा चुनाव में सूपड़ा साफ कर दिया.प्रदेश में कांग्रेस ने एक सीट जीती.2019 के लोकसभा चुनाव में बीजद ने 12 सीटें जीती थीं,भाजपा को आठ और कांग्रेस को एक सीट मिली थी. इसके साथ ही भाजपा ने विधानसभा चुनावों में जीत दर्ज करते हुए पहली बार ओडिशा में सरकार भी बनाई.भर्तृहरि महताब को इसका ईनाम मिला है. उन्हें प्रोटेम स्पीकर बनाया गया है. वहनए सांसदों को शपथदिलाएंगे.भर्तृहरि महताब लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव होने तक पीठासीन अधिकारी के रूप में कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे.भर्तृहरि महताब लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव होने तक पीठासीन अधिकारी के रूप में कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे.लोकसभा सदस्य के. सुरेश,टीआर बालू,फग्गन सिंह कुलस्ते और सुदीप बंद्योपाध्याय अस्थायी अध्यक्ष की सहायता करेंगे.अठारहवीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून से शुरू होगा. इस दौरान निचले सदन के नए सदस्य शपथ लेंगे और फिर 26 जून को लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा.राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 27 जून को लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी और अगले पांच वर्ष के लिए नई सरकार के कामकाज की रूपरेखा प्रस्तुत करेंगी.